दरअसल, गलत तकिये या गलत तरीके से रखे जाने वाले तकिये से हमारी मासपेशियों को नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही इसके ज्यादा समय प्रयोग से इसमें बहुत सारे धूल कण जमा हो जाते हैं। ये कण सोने के दौरान आपके मुंह में जाकर संक्रमण पैदा कर सकते हैं। ऐसी ही कई अन्य समस्याएं हैं, जो तकिये के कारण हो सकती हैं, आइये जानते हैं उनके बारे में…।
-एलर्जी
लंबे समय तक एक ही तकिया इस्तेमाल करने से उसमें मौजूद धूल के कण आपको एलर्जी और अस्थमा जैसी गंभीर समस्याओं का रोगी बना सकते हैं। तकिये में चिपके हुए धूल और गंदगी में नमी के कारण बैक्टीरिया पनपने लगते हैं जो सोते समय आपके नाक या मुंह के रास्ते शरीर में जा सकते हैं, जिससे खांसी या अस्थमा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए कम से कम हफ्ते में दो बार तकिये के कवर को धोते रहना चाहिए और उसके रूई वाले भाग को भी कम से कम हफ्ते में दो बार धूंप में रखना चाहिए, ताकि, उसमें पनपने वाले बेक्टीरिया नष्ट हो सकें।
-मुहांसे
अकसर लोगों की आदत होती है कि, वो अपने चेहरे पर तकिया रखकर सोते हैं। ये सिर्फ एक आदत है, जिसके कारण वयक्ति को मुहांसों की समस्या हो सकती है। ज्यादा समय तक तकिया कवर ना धोने से उसमें बहुत ज्यादा मात्रा में धूल, गंदगी और ऑयल चिपक जाता है, जो आपके चेहरे के संपर्क में आते ही चेहरे से मुहांसे या घाव निकलने लगते हैं। अगर आपको बहुत जल्दी जल्दी मुहांसे निकल रहे हैं तो तुरंत अपना तकिया बदलकर देख लें, फायदा होगा।
-गर्दन में दर्द
अच्छी नींद के लिए गर्दन के अनुकूल तकिये का होना भी बेहद जरूरी होता है। तकिया ठीक ना हो तो कितनी भी देर सो लिया जाए नींद पूरी होना संभव नहीं है। साथ ही, गर्दन और शरीर में एठन और दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है। लंबे समय तक किसी एक तकिये का इस्तेमाल करने से उसका लचीलापन खत्म हो जाता है, जिसके कारण वो आपके सिर को उतना सहारा नहीं दे पाता है जितनी अपके सर को आवश्यक्ता होती है। परिणाम स्वरूप आपको गर्दन और शरीर में तेज दर्द भी हो सकता है। ऐसे में अपना तकिया बदल देना ही सबसे बेहतर विकल्प है।