पुलिस के अनुसार आठनेर, सारणी जिला बैतूल निवासी मनोज (27) पिता अजबराव कोसे एमबीए का छात्र था। पढ़ाई के साथ वह कॉल सेंटर में बीपीओ के पद पर काम करता था। उसकी तीन बहनें हैं। मनोज बहनों से राखी बंधवाने के लिए रविवार सुबह बाइक से बैतूल जाने के लिए निकाला था। हादसे के बाद पुलिस ने मनोज को लेकर अस्पताल गई जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
फोन पर बहन बोली भैया कहां तक पहुंचे घटना के बाद युवक की तलाशी लेने पर एक मोबाइल मिला, उस पर लॉक लगा हुआ था। पुलिस लॉक खोलने का प्रयास कर रही थी इसी बीच उसके मोबाइल पर बहन का फोन आया, फोन उठते ही बहन ने कहा कि भैया कब तक आओगे। इस पर पुलिसकर्मी ने कहा कि सड़क हादसे में इन्हें मामूली चोटें लगी हैं। आप लोग भोपाल आ जाओ। जब परिवार के लोग भोपाल पहुंचे तो उन्हें मौत की खबर मिली और बहनें बिलख-बिलख कर रोने लगी।
ट्रेन में जगह नहीं मिली तो बाइक से निकला युवक एसआइ क्विंकल यादव ने बताया कि मनोज कोसे भोपाल के जेके रोड पर किराए से रहता था। मनोज परिवार में सबसे बड़ा था। रक्षाबंधन पर वह घर जाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन ट्रेन और बस में ज्यादा भीड़ होने के कारण वह नहीं जा पाया था। रविवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे वह बाइक से घर के लिए रवाना हुआ था। करीब साढ़े पांच बजे समरधा पेट्रोल पंप के पास उसे अज्ञात वाहन ने अपनी चपेट में ले लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।