उनकी टीम ने छोला रोड के सरदार पटेल हायर सेकेंडरी स्कूल, चिनार पार्क समेत कई बस्तियों में जागरुकता के कार्यक्रम आयोजित किए हैं। उनका कहना है कि बच्चों को स्कूल में ही नहीं, घर में भी नारी सम्मान की शिक्षा दी जानी चाहिए।
सरकार का यह भी दायित्व है कि वह बढ़ते लिंगानुपात को रोके। ज्यादती के मामलों में पीडि़ता को एक छत के नीचे ही सभी सुविधाएं मिलें। विवेचना, सुनवाई और निर्णय जल्द किया जाए। आशी और उनके ग्रुप द्वारा पर्दे और पन्ने की अश्लीलता पर सख्ती से रोक लगाने, इंटरनेट पर सभी पोर्न साइट पर प्रतिबंध, टेलीविजन और फिल्मों में नारी देह का प्रदर्शन आदि बंद होने की मांग की जा रही है।
कई पत्र/पत्रिकाओं में फिल्मी पृष्ठ के बहाने अद्र्धनग्न चित्र धड़ल्ले से प्रकाशित किये जाते हैं। व्यक्ति का उद्देश्य केवल डॉक्टर, इंजीनियर बनना ही न हो, बल्कि एक अच्छा इंसान बनना हो।