गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के कई जिलों में योजना के विरोध में जमकर प्रदर्शन हुए है इनमें ग्वालियर में युवाओं ने रेलवे संपत्ति को तहस नहस कर दिया आगजनी की। प्रदेश के सीएम शिवराज ने अग्निवीरों को प्रदेश पुलिस में मौका देने की घोषणा की उसके बाद भी युवाओं ने विरोध जारी रखा। देशभर में हिंसक विरोध प्रदर्शन के ठीक एक हफ्ते बाद आई इस भर्ती में लोगों ने बढ़ चढ़कर आवेदन किया है। हालांकि देश के कई हिस्सों में अभी भी सेना की इस भर्ती के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। फिलहाल हरियाणा पंजाब और पश्चिम बंगाल में लोग इस योजना के विरोध में अभी भी प्रदर्शन कर रहे हैं।
पंजाब के किसान संघ ने नौजवान भारत सभा के सदस्यों के साथ शुक्रवार 24 जून को राज्य के 90 स्थानों पर अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने एसडीएम के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापन भी प्रस्तुत किया।
ज्ञापन में कहा गया है कि यह आश्चर्यजनक है कि सरकार ने इस तरह के दूरगामी परिवर्तनों की घोषणा करने से पहले किसी भी न्यूनतम प्रक्रिया का पालन नहीं किया। कई भर्ती प्रक्रिया की कोई प्रायोगिक कवायद नहीं की गई इन प्रस्तावों पर न तो संसद के सदनों और ना ही रक्षा मामलों में संसदीय स्थाई समिति के समक्ष कोई भी चर्चा की गई।
संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन द्वारा अग्नीपथ योजना के विरोध में शुक्रवार को हजारों किसानों ने हरियाणा की सड़कों पर भी प्रदर्शन किया। इस मौके पर क्रांतिकारी किसान संघ के नेता दर्शन पाल ने कहा किसानों के निकायों द्वारा अग्निपथ योजना के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया गया है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर जिला एवं प्रखंड मुख्यालयों पर ज्ञापन भी सौंपा गया । इसी तरह के विरोध दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में आयोजित किए गए थे।