script1000 crore crypto currency based Ponzi scam busted | 1000 करोड़ के क्रिप्टो करेंसी आधारित पोंजी घोटाले का भंडाफोड़ | Patrika News

1000 करोड़ के क्रिप्टो करेंसी आधारित पोंजी घोटाले का भंडाफोड़

locationभुवनेश्वरPublished: Aug 08, 2023 08:59:24 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 1000 करोड़ रुपए के क्रिप्टो करेंसी आधारित मल्टीमीडिया, पोंजी घोटाले का भंडाफोड़ किया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घोटाले के मुख्य आरोपी गुरतेज सिंह सिद्धू (40) को राजस्थान के श्री गंगानगर से और सहयोगी निरोद दास को ओडिशा से गिरफ्तार किया गया है। सिद्धू पंजाब के फरीदकोट का और दास ओडिशा के भद्रक जिले का मूल निवासी है

1000 करोड़ के क्रिप्टो करेंसी आधारित पोंजी घोटाले का भंडाफोड़
1000 करोड़ के क्रिप्टो करेंसी आधारित पोंजी घोटाले का भंडाफोड़
घोटाले के मुख्य आरोपी समेत दो गिरफ्तार
कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के देते थे लालच
भुवनेश्वर. ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 1000 करोड़ रुपए के क्रिप्टो करेंसी आधारित मल्टीमीडिया, पोंजी घोटाले का भंडाफोड़ किया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घोटाले के मुख्य आरोपी गुरतेज सिंह सिद्धू (40) को राजस्थान के श्री गंगानगर से और सहयोगी निरोद दास को ओडिशा से गिरफ्तार किया गया है। सिद्धू पंजाब के फरीदकोट का और दास ओडिशा के भद्रक जिले का मूल निवासी है। मुख्य आरोपी सिद्धू गोवा, लोनावला, मुंबई, दिल्ली, फरीदकोट, भटिंडा, हनुमानगढ़ और श्री गंगानगर में अपना ठिकाना बार-बार बदल रहा था। डीएसपी सस्मिता साहू के नेतृत्व में पुलिस टीम उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी। पुलिस अधिकारी जेएन पंकज ने बताया कि खुफिया इनपुट पर कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को दबोचा गया। ओडिशा के भद्रक, बालासोर, भुवनेश्वर, मयूरभंज, जाजपुर, केंद्रपाड़ा और क्योंझर जिलों में क्रिप्टो करेंसी आधारित पोंजी घोटाला चलाया जा रहा था। जालसाज एसटीए क्रिप्टो टोकन नामक योजना में लोगों के शामिल होने और बहुत कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लालच दे रहे थे। प्रचार उपकरणों का भी उपयोग कर रहे थे। ओडिशा के 10,000 से अधिक लोग इस घोटाले के शिकार हुए हैं।
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2 लाख से अधिक लोग आए झांसे में
पुलिस अधिकारी ने बताया कि क्रिप्टो टोकन की आड़ में पोंजी (पिरामिड) योजना चलाई गई। लोगों को समूह में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। भारत के अलावा विदेश में भी इसका नेवटवर्क था। पंजाब, राजस्थान, बिहार, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और असम जैसे राज्यों में 2 लाख से अधिक लोग जालसाजों के झांसे में आ गए। यूरोप के हंगरी का डेविड गीज नामक व्यक्ति भी इससे जुड़ा था। वह कई बार भारत का दौरा कर चुका था।
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होटलों में करते थे आयोजन
पुलिस सूत्रों के अनुसार डेविड और गुरतेज सिद्धू ने ओडिशा सहित भारत में कई स्थानों की यात्रा की। पोंजी फर्म के तहत नेटवर्क का विस्तार करने के लिए होटलों में आयोजन करते थे। प्रेरक वक्ता, संगीत, लंच और डिनर आदि का इंतजाम करते थे। नए सदस्यों को कहा जाता था कि यदि वे इस योजना में शामिल होते हैं तो वे प्रति दिन 20 डॉलर से 3000 डॉलर कमाएंगे और जितने लोगों को जोड़ेंगे उतनी ज्यादा कमाई होगी।
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30 करोड़ से अधिक का लेनदेन
पुलिस ने बताया कि लोगों को झांसे में लेने के लिए फिल्मी सितारों या मशहूर हस्तियों का भी इस्तेमाल किया गया। ओडिशा के आरोपी निरोद दास के बैंक खाते में 30 करोड़ रुपए से अधिक का लेनदेन देखा गया। उसके खातों में भारी मात्रा में नकदी जमा है, जिससे पता चलता है कि इस घोटाले में बहुत सारा काला धन लगाया गया है। सभी खाते फ्रीज कर दिए गए हैं।
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