एम्बुलेंस देने से किया इंकार
बताया जाता है कि लांजीगढ़ ब्लाक के बरपाली गांव की कुनि नायक को तेज बुखार की शिकायत पर जिला अस्पताल में मंगलवार को भर्ती कराया गया था। उसकी मौत हो जाने पर परिवार वालों ने जिला अस्पताल के अधिकारियों से शव वाहन मांगा जो कि उन्हें नहीं दिया। लंबी इंतजारी के बाद भी सुनवायी नहीं हुई। कोई विकल्प न देख परिवार वाले उसके शव को कंधे पर ही लेकर चल पड़े।
कंधे पर लाद कर ले गए शव को
अस्पताल वालों को पता चला कि कंधे पर ही शव लेकर परिजन निकल पड़े तो फौरन एंबुलेंस का इंतजाम किया गया। तब तक नायक परिवार चार किलोमीटर रास्ता नाप चुका था। इन लोगों ने वाहन की मदद लेने से इंकार कर दिया। इस घटना की बाबत अस्पताल के अधिकारियों ने टिप्पणी करन से इंकार कर दिया। यहां पर बताते चले कि स्वास्थ सेवाएं मो सरकार कार्यक्रम के दायरे में है।
सचिव ने किया था अस्पताल का निरीक्षण
इसके बाद भी किसी को शव कंधे पर लादकर पांच किलोमीटर जाना पड़े यह ओडिशा सरकार की मो सरकार स्कीम पर करारा तमाचा है। मो सरकार अभियान के सचिव वीके पांडियन ने कालाहांडी के इसी अस्पताल का अक्टूबर में मुआयना किया था।