सूत्रों के अनुसार नामीगिरामी हस्तियों को चुनाव मैदान में उतारना भाजपा की चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है। इसी वर्ष 2018 में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नेतृत्व के संकेत पर तब इसकी शुरुआत की थी जब जिला परिषद में केसरिया झंडा फहराने के बाद बिजैपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था। पार्टी यहां पर सम्मानजनक वोट पाकर दूसरे नंबर पर थी। जिला परिषद के चुनाव और उप चुनाव के बीच ओडिया फिल्म अभिनेता मिहिर दास, श्रीतमदास, अभिनेत्री अपराजिता महंति, महाश्वेता राय, अनु चौधरी, पिंकी प्रधान ने पार्टी की सदस्यता ली थी। बताया जाता है कि इनमें से कुछ पर पार्टी दांव लगा सकती है।
भरोसेमंद सूत्रों की मानें तो कला एवं संस्कृति, फिल्म, स्पोर्ट्स, चिकित्सा स्वास्थ्य, समाज सेवा, मीडिया के चर्चित चेहरों की भाजपा के प्रति आस्था पर रणनीतिकारों की नजर है। ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम ऐसे प्रमुख राज्य हैं जहां के स्थानीय सेलेब्रिटीज को उतारा जा सकता है। तमिलनाडु, आंध्र, तेलंगाना के चुनावी जंग के लिए सितारों में संभावनाएं टटोली जा रही हैं। कोई क्षेत्रीय पार्टी बनाता है तो उससे तालमेल की बात की जा सकती है।
सेलेब्स को समायोजित करने के लिए कुछ सिटिंग एमपी का टिकट काटा जा सकता है। भाजपा पहले भी फिल्मी सितारों को उतार चुकी है। इनमें धर्मेंद्र (बीकानेर), हेमामालिनी (मथुरा), शत्रुघ्न सिन्हा (पटना) चर्चित हैं। एक पत्र की रिपोर्ट को माने तो पार्टी सनी देओल को गुरदासपुर से लड़ाने पर विचार कर रही है। इस सीट से स्वर्गीय विनोद खन्ना जीतते रहे हैं। दिल्ली की किसी संसदीय सीट से अक्षयकुमार पर दांव आजमाने की तैयारी है तो माधुरी दीक्षित को मुंबई या कानपुर से उतारने की चर्चा है। क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, चिकित्सक डा.नरेश त्रेहन का भी नाम लिया जा रहा है। युवा वोटों पर पार्टी की पैनी नजर है।