पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक किसान माझी ने पांच अलग-अलग स्वयं सहायता समूह के पांच लाख रुपया कर्ज लिया था। ये समूह बार बार कर्ज अदायगी के लिए माझी पर दबाव बना रहे थे। माझी की पत्नी कैकेयी का कहना है कि स्वयं सहायता समूह उनकी जमीन तक हथियाना चाहते थे।
वह कहते थे कि कर्ज अदायगी न हुई तो जमीन अटैच करवा लेंगे। यह दबाव माझी बर्दाश्त नहीं कर सका। और घर के निकट ही पेड पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा कराके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।