भूख के लिए बदनाम है ओडिशा
ओडिशा देशभर में भूख के लिए बदनाम है। यहां का कालाहांडी क्षेत्र देश में भूख का पर्याय बन चुका है। रैपिड सर्वे ऑन चिल्ड्रेन रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में 5 साल तक की उम्र के 46 प्रतिशत आदिवासी बच्चे कुपोषण की चपेट में हैं। मानक के मुताबिक, बच्चों के वजन के मामले में ओडिशा देश में 16वें नंबर पर है। वहीं आयरन और फोलिक एसिड की खुराक 39.3 प्रतिशत आदिवासी बच्चों को ही मिल पाती है।
जागरूक हो लोग तो बने बात
हर रोज लाखों टन खाद्य सामग्री बेकार हो जाती है। लोग भी बड़ी मात्रा में खाना बेकार करते हैं। ऐसे में यदि खाने को संजोकर रखा जाए तो करोड़ों लोगों की भूख मिटाई जा सकती है। फूड बैंक यही काम करते हैं। ये फूड बैंक शादी-समारोह, होटलों, घरों आदि स्थानों से बचा खाना लेकर जरूरतमंदों तक पहुंचाते हैं।