दुतीचंद ने एशियन गेम्स 2018 (Asian Games 2018) में दो रजत और वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 2019 में स्वर्ण जीतकर वाहवाही लूटी। समलैंगिक संबंधों को सार्वजनिक करना व ताजिंदगी निभाने की घोषणा ने उन्हें और भी चर्चा में ला दिया था। दुतीचंद कीट यूनिवर्सिटी की छात्रा भी हैं। वह कामयाबी के लिए कीट यूनीवर्सिटी के संस्थापक सांसद डा.अच्युत सामंत को श्रेय देती हैं। वह कहती हैं कि कीट उनकी प्रतिभा को पहचाना और अवसर दिया।
50 पावरफुल में दुती बनाई जगह
हाल ही में दुतीचंद देश के 50 पावरफुल लोगों में स्थान पा गई। हालांकि वह 47वें नंबर पर है लेकिन यह किसी उपलब्धि से कम नहीं है। इस सूची देश के नामीगिरामी लोग शामिल हैं। देश की लीडिंग इंगलिश और हिंदी मैगजीन इंडिया टुडे हर साल 50 लोगों की सूची छापती है जिसमें देश की हस्तियां शामिल हैं। रैंकिंग देने का मीडिया हाउस का अपना पैमाना है। यह सूची अगस्त के संस्करण में छपी थी। 2018 के एशियन गेम्स तथा 2019 की वर्ल्ड यूनिवर्सिटियाड में उसका गोल्ड मेडल जीतना उसकी इस कामयाबी का कारण बना। मैगजीन ने उसे देश की पहली ओपेनली समलैंगिक घोषित किए जाने का भी जिक्र किया है। एशियन गेम्स में उसने दो रजत पदक तथा 2019 के वर्ल्ड यूनिवर्सिटियाड में स्वर्ण पदक जीतना उसकी खास उपलब्धि रही। मैगजीन ने उसकी उपलब्धियों के कारण उसकी शान में कसीदे पढ़े। इस नामीगिरामी सूची में कुमार मंगलम बिड़ला को दूसरे नंबर पर रखा गया। गौतम आडानी, उदय कोटक, आनंद महिंद्रा, रतन टाटा, विराट कोहली भी हैं। कोहली 7वें नंबर तो अमिताभ बच्चन 9वें पर हैं।