शुक्रवार के दिन माओवादियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में तीन ग्रामीणों का अपहरण किया था। बाद में तीनों को रविवार के दिन शाम को जंगल में ही प्रजा अदालत बुलाकर तीनों पर माओवादियों के विरोध में पुलिस को सुचना देने के आरोप लगाए गए। मृतक बुजा खबासी नामक आदिवासी की सबके सामने गला रेत कर हत्या कर दी गई और जिले के मैथिल पुलिस थाना क्षेत्र में कुकुराकुंडी गांव की सड़क पर आदिवासी ग्रामीण का शव फेंक दिया गया था। इसके अलावा मासा सोदी और उन्गा कलमाली आदिवासियों की बुरी तरह पिटाई करके छोड़ दिया।
बताते हैं कि माओवादियों ने ऐलानिया कहा कि अगर किसी ने उनके खिलाफ पुलिस में मुखबिरी की तो उनका भी यही हाल किया जाएगा। माओवादियों ने गांव वालों से कहा कि पुलिस से दूरी बनाकर रखें। माओवादियों की प्रजा अदालत में मलकानगिरि और छत्तीसगढ़ के माओ काडर मौजूद थे।