ओ़डिशा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा कि उन्हें ओडिशा में पार्टी की सरकार बनने के कोई आसार नहीं दिखते। उनका कहना है कि उन्हें तो नेता विपक्ष का पद भी बनाए रखने की संभावना नहीं दिखती है। हालांकि वह मानते हैं कि पार्टी का प्रदर्शन 2014 से बेहतर होगा। तब कांग्रेस को 16 सीटें मिली थी। अबकी ज्यादा हो सकती हैं पर बीजेपी से कम सीटें आएंगी। निरंजन पटनायक पार्टी प्रत्याशियों के प्रदर्शन से खुश नहीं हैं। उन्हें काफी निराशा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय मंत्री शरत राउत का कहना है कि निरंजन पटनायक ने खुद भी निराश हैं जबकि उन्हें पार्टी के कार्यकर्ताओं व नेताओं लोगों की हौसलाआफजायी करनी चाहिए पर वह खुद ही निराश हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि निरंजन पटनायक ने राहुल गांधी के साथ विश्वासघात किया है। वह खुद को असहाय और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। शरत राउत का कहना है कि ओडिशा में कांग्रेस की चुनावी तैयारियों की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया। दरअसल तैयारी जैसी को कोई चीज दिखी ही नहीं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की समन्वय समिति के सदस्य वरिष्ठ नेता जगन्नाथ पटनायक ने कांग्रेस के राज्य नेतृत्व से नाखुश होकर सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। उनका कहना है कि लगता है जैसे किसी की भी जवाबदेही तय नहीं की गयी थी। पार्टी ने जिन लोगों को जिम्मेदारी सौंपी थी, उन्होंने कुछ भी नहीं किया। कटक लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार पंचानन कानूनगो ने बताया कि पार्टी में कहीं भी टीम भावना नहीं दिखायी दी और न ही उचित समन्वय दिखायी दिया। संगठनात्मक गतिविधियों की बागडोर जिन्हें सौंपी गयी थी वह चुपचाप बैठ गए थे।
सीनियर पार्टी लीडर जैपुर से विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति का कहना है कि पार्टी में इस तरह के बयान देने वालों पर कार्यवाही की जाए। दुर्भाग्य तो यह है कि पार्टी के नेतागण स्टेट लीडरशिप से चर्चा करने के बजाय सीधे मीडिया तक जा पहुंचते हैं।