प्रतिभाओं की अनदेखी कब तक
खेल प्रतिभाओं को राज्य सरकार द्वारा सम्मान न दिए जाने को लेकर लोगों में रोष है। शुभारानी की पहचान अब एक हॉकर के रूप में होकर रह गई जबकि वह देश के लिए खेल सकती थीं अगर उन्हें मौका मिलता। शुभारानी के पति प्रकाश चंद्र मिश्र की 2004 में सर्जरी हुई, उसके बाद उसकी पारिवारिक स्थिति दयनीय हो गई। परिवार का पेट पालने के लिए उन्होंने दरवाजे-दरवाजे अखबार बांटना शुरू किया मगर हिम्मत नहीं हारी। उसकी खेल प्रतिभा का जायज मूल्य उसे नहीं मिल सका।