लोकसभा अध्यक्ष के आसन पर मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में सुमित्रा महाजन थीं। अबकी वह चुनाव नहीं लड़ीं। इस पद को लेकर राजनीतिक हल्कों में तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। मेनका गांधी, राधामोहन सिंह, वीरेंद्र कुमार चर्चा में हैं। पर एसएस अहलूवालिया और जुएल ओरम पर नेतृत्व गंभीर बताया जा रहा है। आठ मर्तबा सांसद रह चुकीं मेनका गांधी के नाम पर पार्टी की राय बन सकती है, तो जुएल ओरम को भी वरिष्ठता और आदिवासी होने का लाभ मिल सकता है। राधामोहन सिंह भी छह बार सांसदी जीत चुके हैं। इस पद के लिए उन्हें दावेदार बताया जा रहा है। छह बार के सांसद रहे वीरेंद्र कुमार को दलित होने का लाभ मिल सकता है।
वहीं लोकसभा उपाध्यक्ष पद के लिए बीजू जनता दल के भर्तर्हरि महताब का नाम चल रहा है। वह कटक से छठीं बार सांसद का चुनाव जीते हैं। बीजेडी और बीजेपी के बीच रिश्ते पिछली सरकार में भी अच्छे थे और अबकी भी अच्छे होने की उम्मीद जताई जा रही है। उन्हें 2017 में सर्वोत्तम सांसद का पुरस्कार भी दिया जा चुका है। वर्तमान लोकसभा की पहली बैठक 17 जून को होगी। सत्ताधारी पार्टी पूर्ण बहुमत में है।