ओरम के अनुसार इसमें पहला झारसुगुडा एयरपोर्ट का लोकार्पण होगा। इसका नाम वीर सुरेंद्र साय के नाम पर होगा। दूसरा कार्यक्रम न्यू रेलवे लाइन (सालदेगा से झारसुगुडा) का लोकार्पण का होगा। दो कोयला खदानें शुरू करने के अवसर पर वह होंगे। तलचर के फर्टिलाइजर प्लान्ट का भी उद्घाटन करेंगे। यहीं पर यानी तलचर में एक जनसभा भी रखी गई है।
झारसुगुडा एयरपोर्ट निदेशक एसके चौहान ने बताया कि भुवनेश्वर के बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद दूसरा बड़ा एयरपोर्ट होगा। उनके अनुसार झारसुगुडा से मुंबई, दिल्ली, कोलकाता व मद्रास के लिए उड़ान शुरू की जाएगी। उडे देश का आम नागरिक (उडान) योजना में झारसुगुडा से भुवनेश्वर, राउरकेला उसके बाद राजपुर व रांची के लिए यहीं से यात्री विमान सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
झारसुगुडा एयरपोर्ट में सिगनल रेडार सिस्टम है। यहां पर कस्टम का दफ्तर लोकार्पण से पहले स्थापित करने की योजना है। फिलहाल वीवीआईपी के लिए काम आने वाला एयरपोर्ट में 909 एकड़ में 6000 फुट का रनवे (3.5 किमी) है। चौहान ने बताया कि 4 सी कैटेगरी का सर्टिफिकेट झारसुगुडा एयरपोर्ट को इसी साल 31 जुलाई को मिल चुका है। उनका कहना है कि आपरेशनल पार्ट तैयार हैं। यहां पर एयरबस, बोइंग 747 तक लैंड कर सकता है।
पीएम मोदी दो दिन के नेपाल दौरे पर हैं। आज उनके दौरे का दूसरा दिन है। पीएम मोदी काठमांडू में अयोजित बिम्सटेक सदस्य देशों के सम्मेलन में भाग लेने गए हैं। बताया जा रहा है कि इस दौरान वह मुख्य रूप से एक्ट ईस्ट पालिसी बात करेंगे। बता दें कि बिम्सटेक देशों में बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाइलैंड शामिल हैं।