डीआरडीओ ने इस मिसाइल का निर्माण किया है। इसकी स्ट्राइक रेंज 30 किलोमीटर बताई जाती है। जमीन से हवा में मार करने वाली यह मिसाइल हर मौसम में दागी जा सकती है।
इससे पहले 19 और 20 दिसंबर को भी चांदीपुर में मिसाइल परीक्षण किया गया था। इससे पहले जमीन से हवा पर मार करने वाली मिसाइल का पहला परीक्षण 26 फरवरी और 4 अगस्त को चांदी पुर से इसी साल किया गया था। बताते हैं कि क्यूआरएसएएम का पहला परीक्षण 4 जून 2017 को हुआ था। इसके बाद 26 फरवरी 2019 को एक ही दिन में दो परीक्षण किए गए थे। जो कि सफल रहे थे।