रसगुल्ला की दावेदारी को ओडिशा सरकार की ओर से हाईकोर्ट में याचिका भी दायर है। केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय के चैन्नई स्थित जीआई टैग आॅफिस में ओडिशा की ओर से रसगुल्ले के जीआई टैग का पश्चिम बंगाल के पक्ष में निर्णय पर पुनर्विचार करने का अनुरोध पत्र दाखिल किया जा चुका है। ओडिशा के रसगुल्ले का नाम रसगोला रखकर सरकार ने दावा किया है कि सैकड़ों वर्ष पूर्व से यह परंपरा जारी है कि महाप्रभु जगन्नाथ रूठी हुई मां लक्ष्मी को रसगोला खिलाकर मनाते हैं। इसका उल्लेख भी जगन्नाथ संस्कृति से जुड़े साहित्य में आता है।
राज्य सरकार ने अब इसकी अंतर्राष्ट्रीय मार्केटिंग के चलते इसका एक स्टाल बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट में शुरू किया गया है। पुरुष विश्वकप हॉकी के आयोजन के दौरान भारी संख्या में लोग ओडिशा आ सकते हैं। इसके अलावा रोजमर्रा की फ्लाइट के भी यात्रियों को ओडिशा के रसगुल्ला के लिए कहीं दूर नहीं जाना पड़ेगा।
स्टाल का उद्घाटन अपर महासचिव लक्ष्मीनारायण गुप्ता ने किया। खास बात यह कि रसगुल्ले का यह काउंटर 24×7 खुला रहेगा। स्टाल की खासियत यह है कि यहां पर रसगुल्ला की विभिन्न वैराइटी रखी जाएंगी। ‘रसगुल्ला बाजार पहाल’ का यहां पर एक बड़ा चित्र भी टांगा जाएगा ताकि लोगों को लगे रसगुल्ला ओडिशा का ही है। इसका नाम रसगोला होगा।
इसकी खास वैराइटी में खीरमोहन रसगोला, चॉकलेट रसगोला, ओरेंज रसगोला, केसर रसगोला के साथ ही राजभोग, मोहन भोग, गुलाब जामुन व अन्य 15 की मिठाई भी एयरपोर्ट में खोले गए काउंटर में रखी गयी हैं। बताते हैं कि रसगुल्ला को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ख्याति दिलाने को ऐसा किया गया है।