सतर्कता विभाग की रिपोर्ट वाउचरों की शुरुआती जांच के बाद तैयार की गई थी। सीबीआई ने बीते साल एचएएल सूनाबेडा में 12 स्थानों पर छापा मारा था। तमाम दस्तावेज जब्त करते हुए कड़ी पूछताछ की थी। एचएएल ने अपने सीनियर फाइनेंस मैनेजर को तमाम वित्तीय अधिकार दिए थे जिसमें चेक आदि उसके हस्ताक्षर से जारी किए जाते थे। आरोप है कि उसने वित्तीय अधिकारों का दुरुपयोग किया था। करोड़ों के चेक जारी कर दिए। ऑडिट आपत्तियां उठाई गई थी पर सीनियर मैनेजर ने उनका कोई जवाब नहीं दिया।