बता दें कि 28 दिसंबर 2018 को सेवायतों व पुलिस के जवानों के बीच किसी बात को लेकर झड़प हो गई थी। बाद में इस मामले ने तूल पकड़ लिया था। घटना से नाराज सेवायतों ने संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सेवायतों की ओर से मंदिर को ताला लगा दिया गया। हजारों श्रद्धालु महाप्रभु के दर्शन नहीं कर पाए। प्रदर्शन के चलते जगन्नाथ महाप्रभु की रीति नीति बाधित हो गई। रीतिनीति में विलंब के कारण महाप्रसाद तैयार नहीं किया जा सका था। सेवायतों की इस लापरवाही के कारण श्रीमंदिर में श्रीजगन्नाथ, देवी सुभद्रा व और बलभद्र को भोग नहीं लगाया गया था।