बैठक के बाद बताया गया कि 60 प्रतिशत टिकट ऑन लाइन बिक्री किए जाएंगे। 35 प्रतिशत टिकट काउंटर से तथा 5 प्रतिशत श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक के लिए रिजर्व रहेंगे। मुख्य प्रशासक प्रदीप्तो महापात्र ने बताया कि दान में मिलने वाला स्वर्ण गोल्ड मॉनीटाइजेशन स्कीम के तहत बैंक में रखा जाएगा। गर्भगृह के बाहरी हिस्से को भीतर काठ कहा जाता है। टिकट लेने वाले श्रृद्धालु वहां तक दर्शन को जा सकेंगे। महापात्रा ने बताया कि टिकट प्रणाली लागू करने को लेकर एक विशेष कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी में श्रीमंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक, जिलाधिकारी पुरी, सेंट्रल रेंज आईजी, पुरी पुलिस अधीक्षक तथा प्रबंधन समिति के कुछ सदस्य होंगे। अगली बैठक में टिकट के रेट तय किए जाएंगे।