पुरी के पुलिस अधीक्षक सार्थक षाड़ंगी ने बताया कि पुरी टाउन पुलिस ने 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इसमें प्रमुख सेवायत विनायक दास महापात्र, दामोदर, सोमनाथ खुंटिया, भवानी दास महापात्र व अन्य शामिल हैं। विनायक दास का दावा है कि पुरी बंद की हिंसा में वह बिल्कुल लिप्त नहीं था। उसकी गिरफ्तारी फर्जी तौर पर पुलिस ने की है। उसका कहना है कि सीसीटीवी फुटेज उसे भी दिखाया जाए। उसका कहना है कि वह पुलिस के खिलाफ कानून की शरण में जाएगा। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि 47 लोग सीसीटीवी कैमरे की जद में आकर चिन्हित किए गए हैं।
पुरी में इस वजह से हुई थी हिंसा
मालूम हो कि पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की ओर से सुप्रीम कोर्ट के सुझाव की पालना करते हुए कतारबद्ध होकर महाप्रभु के दर्शन करने की व्यवस्था करने से नाराज सेवायतों और श्रद्धालुओं ने तीन अक्टूबर को पुरी बंद करवाया था। इस बंद प्रदर्शन के दौरान पुलिस व बंदकारियों के बीच झड़पें हुई। प्रदर्शनकारियों ने श्रीमंदिर प्रशासन कार्यालय व मंत्री महेश्वर महंति के आवास पर भी तोड़फोड़ की थी। पुलिस को इस दौरान बल का प्रयोग भी करना पड़ा था। बंद के दौरान पुरी में हुई हिंसा में 26 लोग जख्मी हुए थे।