रिपोर्ट के अनुसार 2014 में इन्हीं सीटों पर मतदान का प्रतिशत 72.8 प्रतिशत था। अबकी ढेंकानाल, पुरी, केंदुझर, भुवनेश्वर, कटक में गिरा पर संबलपुर मे मतदान का प्रतिशत थोड़ा ऊपर रहा। चुनाव आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में क्योंझर में सबसे ज्यादा मतदान (78.16 प्रतिशत) हुआ। इस लोकसभा क्षेत्र में 2014 के चुनाव के मुकाबले 2 प्रतिशत मतदान गिरा। तब (2014) क्योंझर 80.54 प्रतिशत वोट पड़ा था।
इसी तरह ढेंकानाल में 74.98 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि 2014 में 72.53 प्रतिशत वोट पड़ा था। अबकी थोड़ा ज्यादा है। कटक संसदीय सीट पर 69.65 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि 2014 में यह 71.49 प्रतिशत था। पुरी लोस क्षेत्र में 72.53 प्रतिशत वोट पड़ा जबकि 2014 में यह आंकड़ा 74 प्रतिशत था। अब भुवनेश्वर और संबलपुर में नजर डालते हैं तो भुवनेश्वर में अबकी सबसे कम मतदान हुआ। कुल 59.60 प्रतिशत वोट पड़ा। भुवनेश्वर लोकसभा क्षेत्र में 2014 में 58.38 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2009 के चुनाव में भुवनेश्वर लोस क्षेत्र में 49.14 प्रतिशत था। इसी तरह संबलपुर में 2019 में 76.38 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि 2014 में यह 75.92 प्रतिशत था। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि ओडिशा में मतदान का प्रतिशत कम होता जा रहा है। जगह-जगह ईवीएम में खराबी और माहौल थोड़ा खराब होने का भी मतदान पर असर पड़ा।