सदन शुरू होते ही विस अध्यक्ष पंचायती राज मंत्री प्रताप जेना को विपक्ष के सवाल का जवाब देने को बुलाया। जेना अभी जवाब दे ही रहे थे। नेता विपक्ष प्रदीप्त नायक को छोड़कर बीजेपी दल के मुख्य सचेतक मोहन माझी के नेतृत्व में सदन के बीचोबीच पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। उनकी मांग थी कि मुख्यमंत्री नाबालिगों की गुमशुदगी, माओ प्रभावित क्षेत्रों में हत्या की घटनाओं आदि को लेकर बिगड़ी कानून व्यवस्था पर बयान दें। बीजेपी के रवीन्द्र सेठी ने कहा कि आए दिन रेप व हत्या की खबरें आ रही हैं। नवीन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। यह मुद्दा बहस का है। कांग्रेस के अधिराज पाणिग्रही ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था पर सदन में बहस होनी चाहिए और मुख्यमंत्री को इस बाबत बयान देना चाहिए। प्रश्नकर्ता की अनुपस्थिति में ही मंत्री प्रताप जेना ने जवाब सदन को दिया।