बारिश के पानी में डूबकर महिला तपेश्वरी नाग की मौत भी हो गई। वह अपने गांव टिकरा में रहती थी। तेज बहाव के कारण वह बह गई और दो किलोमीटर दूरी पर उसका शव मिला। जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार 5 हजार लोग विस्थापित हो गए। इन्हें राहत केंद्रों में रखा गया है। पुरी और देलंग में भारी बारिश का दौर जारी है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए संबलपुर जिला प्रशासन ने कई राहत केंद्र खोले। उनकी मदद को फायर ब्रिगेड, ओड्राफ, प्रशासन, नगर निगम मिलजुलकर राहत कार्य कर रहे हैं। बीते 12 घंटे में औसतन 550 मिमी.बारिश दर्ज की गई।
लगातार हो रही बारिश बनी परेशानी का सबब
रविवार को भी बारिश हुई। सड़क पर घुटने तक पानी जमा हो गया। नगर में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, बुधाराजा एसआरआईटी कॉलोनी, मोदीपाड़ा, दलदली पड़ा, खेतराजपुर, पुतीबंध अंचलों में बाढ़ की परिस्थिति हो गई है। जिलाधीश समर्थ वर्मा ने कहा कि बाढ़ के हालत देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से व्यापक बंदोबस्त किया गया है। उन्होंने बताया कि नगर में फिलहाल तीन राहत केंद्र खोले गए हैं। लोगों को पका हुआ भोजन भी दिया जा रहा है। ज़िलाधीश कार्यालय में हेल्प डेस्क खोली गई है, जो बाढ़ की परिस्थितियों पर निरंतर निगरानी कर रही है। अब तक करीब 5000 लोगों को विभिन्न राहत केंद्र में स्थानांतरित किया गया है।
बता दें कि राज्य में बीते दिनो से लगातार बारिश हो रही है। इस बारिश ने राज्य के लोगों के जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। राज्य के विभिन्न इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। सरकार व प्रशासन की ओर से हालात से निपटने के लिए प्रयास किए जा रहे है।