मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने यह यह घोषणा आमा मुख्यमंत्री आमा कथा कार्यक्रम कॆ दौरान सचिवालय में की। दो अक्तूबर से प्लास्टिक बैग्स, पॉलीथिन व सिंगल यूज प्लास्टिक मैटीरियल पूरी तरह से प्रतिबंधित होंगे। शहरी आवास और पंचायत राज विभाग से कहा गया है कि इस आदेश हर हाल में बिना लापरवाही के क्रियान्वित किया जाना चाहिए। वन एवं पर्यावरण विभाग को इसकी राज्यव्यापी मॉनीटरिंग करने को कहा गया है। मुख्यमंत्री का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण और उसके प्रति जागरूकता का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने वृक्षारोपण पर भी विशेष जोर देते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग पेड़ लगाएं और उसकी देखभाल करें। उन्होंने हरित कवरेज पर संतोष व्यक्त किया।
महाराष्ट्र के बाद ओडिशा में प्लास्टिक पर रोक
बता दें कि देश में महाराष्ट्र के बाद ओडिशा प्लास्टिक व पॉलीथिन उत्पादों पर रोक लगाने वाले दूसरा राज्य बन जाएगा। महाराष्ट्र में जून माह से प्लास्टिक उत्पाद बेचने और उनका उपयोग पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। इसके लिए विशेष प्रकार के नियम बनाए गए हैं। यह निर्णय प्लास्टिक व पॉलीथिन के कारण हो रहे पर्यावरण के नुकसान को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। नियमों का उल्लंघन करने पर सजा व आर्थिक दंड का प्रावधान रखा गया है। हालांकि आज के समय में जहां इंसान प्लास्टिक उत्पादों का इतना आदी हो गया है ऐसे में महाराष्ट्र में इस नियम को लागू करने में बडी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। प्लास्टिक व्यापार संगठनों ने इसका पुरजोर विरोध किया था। ओडिशा में इस नियम को लागू किया जाए तो राज्य में भी ऐसे हालात बन सकते है।