एक जुलाई को शाह आएंगे ओडिशा
ईरानी यहां पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि फरवरी में जिला परिषद के चुनाव के नतीजों से उत्साहित होकर यह लक्ष्य भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रखा है। शाह एक जुलाई को ओडिशा आएंगे।
गिनाई राज्य सरकार की कमियां
उन्होंने कहा कि स्वास्थ, शिक्षा, सिंचाई, जैसे अहम क्षेत्र में भी बीजद सरकार कुछ नहीं कर पाई। समस्याओं से त्रस्त यहां के लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। बीजद सरकार की यही नाकामी भाजपा को बढ़त दिलाएगी। भुवनेश्वर पहुंचने के बाद वह सबसे पहले शहीद नगर में बुनकर सेवा केंद्र गईं। बाद में वरिष्ठ नागरिक व बुद्धिजीवियों को भी उन्होंने संबोधित किया। उन्होंने समर्थन के लिए संपर्क अभियान में भी भाग लिया।
आपतकाल के बारे मेंं यह बोली स्मृति
ईरानी ने आपातकाल के दंश को भी याद करते हुए लोगों को इसके घातक परिणाम बताए। उन्होंने कहा कि आपातकाल काला दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए। इस पर नई पीढ़ी को बताकर कांग्रेस को बेनकाब करने का वक्त आ गया है। उन्होंने देश को आपातकाल से मुक्त कराने में ओडिशावासियों का बहुत योगदान है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 900 सत्याग्रही और 300 मीसा कैदियों ने देश को आपातकाल से मुक्त कराने में महती भूमिका निभाई है।
उन्होंने बीजू पटनायक, हरेकृष्ण महताब, रवि राय सरीखे नेताओं के योगदान को याद किया। देश में लोकतंत्र बहाली में इन नेताओं का अविस्मरणीय योगदान रहा है। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना लागू न करने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की।