script“ब्लैक रोज” जहाज के समुद्र में डूबने का रहस्य पता करेगी सीबीआइ | cbi will bring out the secret of drowning the Black Rose ship in sea | Patrika News

“ब्लैक रोज” जहाज के समुद्र में डूबने का रहस्य पता करेगी सीबीआइ

locationभुवनेश्वरPublished: Jul 04, 2018 05:07:14 pm

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Prateek

भाजपा के प्रवक्ता समीर महंति ने कहा कि जाजपुर के एक एमएलए व पूर्वमंत्री के भाई की ब्लैकरोज जहाज से शिपिंग का बिजनेस में ठीकठाक हिस्सेदारी है। इसीलिए मामला दबाया जाता रहा। सीबीआइ जांच में कई बड़े खुलासे संभव हैं…

black ship

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महेश शर्मा की रिपोर्ट…

(भुवनेश्वर): पारादीप बंदरगाह से करीब छह किलोमीटर आगे समुद्र में ब्लैकरोड जहाज के डूबने के रहस्य पर पड़ा परदा उठाने का काम सीबीआइ को लगभग सौंप दिया गया है। सडक परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुरोध पर सीबीआइ निदेशक को इस बाबत पत्र लिखा है। पारादीप बंदरगाह ट्रस्ट के चेयरमैन रिंकेश रे ने इस घटना में कुछ लोगों का हाथ होने का अंदेशा जताया है।

 

आरोप-प्रत्यारोप का दौर

समझा जाता है कि इस प्रकरण पर सीबीआइ जांच पर जल्द फैसला लेगी। नौ सितंबर सन 2009 को पारादीप बंदरगाह से कार्गो लेकर जा रहे एमवी ब्लैकरोज जहाज यात्रा शुरू करने के कुछ समय बाद ही बंदरगाह सीमा के भीतर ही डूब गया था। इस घटना को लेकर राजनीतिक दलों में भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।

 

25 हजार टन लौहअयस्क, नौ सौ टन तेल लदा था

इसके बाद पारादीप बंदरगाह ने मंगोलियाई मालवाहक जहाज के डूबने से पर्यावरण को संभावित क्षति से निपटने की कोशिश तेज कर दी थी। ब्लैकरोज नामक यह जहाज तब डूब गया था जब यह बंगाल की खाड़ी में पारादीप तट से मात्र 5 से 6 किलोमीटर दूरी पर था। इसमें 25 हजार टन आयरन ओर (लौह अयस्क) और 900 टन तेल लदा था। इस एरिया भारी मात्रा में तेल फैल गया था। टोही नौकाएं व तेल का रिसाव रोकने वाली खास मशीनें लगायी गई थी। घटनास्थल ओलिव रिडले कछुओं के आश्रय लेने वाली जगह गहिरमथा के करीब है।

 

प्रधान की सिफारिश को आगे बढ़ाया

इस घटना से जु़ड़ी सूचनाएं पुख्ता तौर पर पता न चल पाने के कारण कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी थी। पारादीप पोर्ट ट्रस्ट की बैठक में ट्रस्टी प्रताप मिश्रा व भुवन जेना ने सीबीआइ जांच की मांग की थी। इन्हीं दोनों ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को सीबीआइ जांच कराने की मांग करते हुए पत्र लिखा था। प्रधान ने इस पत्र को अपनी टिप्पणी के साथ नितिन गडकरी को भेजा। इसी आधार गडकरी ने सीबीआइ निदेशक को लिखा है।

 

जांच में सहयोग दूंगाः चेयरमैन

पारादीप बंदरगाह ट्रस्ट के चेयरमैन का कहना है कि उन्हें शक है कि कुछ लोग फर्जी कागजात के बूते शिपिंग का बिजनेस करते हैं। वह सीबीआइ को जांच के दौरान पूरी तरह से सहयोग देने को तैयार हैं। ब्लैकरोज जहाज डूबने की घटना को लेकर विपक्ष ने सरकार पर अवैध तरीके से शिपिंग कारोबार चलाने वालों से मिलीभगत का आरोप लगाया। बंदरगाह पर अवैध काम करने वालों को बीजद सरकार आश्रय दिए है।

 

लॉ मिनिस्टर जानते हैं कंपनी के मालिक को

भाजपा के प्रवक्ता समीर महंति ने कहा कि जाजपुर के एक एमएलए व पूर्वमंत्री के भाई की ब्लैकरोज जहाज से शिपिंग का बिजनेस में ठीकठाक हिस्सेदारी है। इसीलिए मामला दबाया जाता रहा। सीबीआइ जांच में कई बड़े खुलासे संभव हैं। नवीन सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे दामोदर राउत ने कहा कि यदि सीबीआइ उनसे कुछ जानकारी हासिल करना चाहती है तो वह तैयार हैं। कानून मंत्री को पता है कि ब्लैकरोज जहाज का मालिक कौन है। बीजद प्रवक्ता प्रताप केसरी देव का कहना है कि भाजपा की तो आदत है कि हर चीज वह वह राज्य सरकार की लिप्तता का आरोप लगाती है। उनका कहना है कि क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। केस अदालत में विचाराधीन है। अब जहाजरानी मंत्रालय ने सीबीआइ को जांच के लिए लिखा है। अब देखना है क्या होता है।

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