हर महकमे में टीटो ने पसार रखे थे पैर
टीटो कभी ओडिशा में दहशत पर्याय था। वह केंद्रपाड़ा की बारीमुल जेल में है। उसका कहना है कि उसे निर्दोष फंसाया गया है। नाम न छापने की शर्त पर एक उच्च अधिकारी ने बताया कि टीटो का प्रभाव हर महकमे में था। उसके सभी स्याह-सफेद कारोबार पुलिस और राजनेताओं की संरक्षण में चलता था। टीटो के मुंबई कनेक्शन भी तलाशे जा रहे हैं। केंद्रपाड़ा की तहसील देराबिस और गरडपुर विजलेंस के रेडार पर आ गई हैं। विजिलेंस ने एसटीएफ व क्राइम ब्रांच के अधिकारियों से भी बातचीत की।
बीजेडी ने बताया प्रधान और टीटो का लिंक
टीटो प्रकरण ओडिशा में राजनीतिक मुद्दा बन चुका है। बीजू जनता दल केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भी उसके लिंक होने का आरोप लगा चुका है। उसके पास दो पेट्रोल पंप हैं। पारादीप वाले पेट्रोल पंप के आवंटन की जांच सीबीआई कर रही है। सवाल उठाया गया कि आपराधिक छवि वाले व्यक्ति को पेट्रोल पंप कैसे आवंटित किया गया। उसके सभी ओडिशा में और बाहर के ठिकानों पर छापामारी की जा रही है। खनन के कार्य में टीटो की नियमों के विपरीत जाकर मदद की गई।
यूं धराक आया टीटो
टीटो को पुलिस की एसटीएफ ने एक जुलाई को एनकाउंटर करके पकड़ा था। जाजपुर जिले के चंडीखोल में हुए इस एनकाउंटर में उसके पैर में गोली लगी थी। उसकी पत्नी कहती है कि जब वह सीधासादा इंसान बनकर जिंदगी बिता रहा है तो पुलिस ने बुलाकर जबर्दस्ती एनकाउंटर करके दबोच लिया। टीटो पर 38 मुकदमे दर्ज थे जिसमें 36 में एफआर लग गई और दो चल रहे हैं।