दर्शन का अधिक मौका
पुरी में बरसात व जलभराव के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। समुद्र तट की सड़क (मरीन ड्राइव), अवकास लेन, खाकी मठ लेन, गोवद्र्धन पीठ, नुआसाही, गुंडिचा मंदिर परिसर व मटियापाड़ा में जलमग्न है। बारिश के कारण मार्केंड्य टैंक की 50 फुट की दीवार व आसपास के बिजली के खंभे ढह गये। फायर सर्विसेज व नगर पालिका समेत सरकारी और गैरसरकारी संस्थाएं पुरी को जलभराव से मुक्त करने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लेकिन जहां एक ओर बारिश दुखदायी साबित हो रही है वहीं भक्तों ने खुशी जताते हुए कहा कि हो सकता है कि तीनों विग्रह आज गुंडिचा मंदिर मौसी मां के घर पर न ले जाए सकें। उन्हें दर्शन का अधिक से अधिक मौका मिलेगा।
रथयात्रा निर्बाध संपन्न
श्रीमंदिर प्रशासन के पीआरओ लक्ष्मीधर पूजापंडा का कहना है कि महाप्रभु का रथ 14 जुलाई के बजाय 15 जुलाई को गुंडिचा मंदिर पहुंचा इस हिसाब 16 को वह मौसी के घर जाएगा। उनका कहना है कि कोशिश होगी कि आज रात तक रीति रिवाज पूरे होने के बाद महाप्रभु सपरिवार मौसी के घर विराजमान होंगे। दइतापति नियोग के अध्यक्ष रामकृष्ण महापात्र ने कहा कि रथयात्रा निर्बाध संपन्न हो गई। भक्तों को भरपूर दर्शन भी मिले।