विशेष बाडा बनाया
वन विभाग की दो दर्जन से अधिक सदस्यों की टीम और पशु चिकित्सक मादा टाइगर को विशेष वाहन में लेकर अनुगुल पहुंच चुकी हैं। मादा टाइगर को ट्रैंक्युलाइजर करके लाया जा रहा है। मादा टाइगर के लिए विशेष बाड़ा बनाया गया है। ताकि वह कान्हा नेशनल पार्क से लाए टाइगर के साथ ढल सके। कान्हा नेशनल पार्क से लाए टाइगर को रायगेढा के निकट दो हैक्टेयर के बाडे में रखा गया है। हालांकि शुरुआत में उसका मन नहीं लगा था और उसने दो दिन तक खाना भी नहीं खाया था लेकिन अब वह यहां के वातावरण के अनुकूल ढलने लगा है। इस टाइगर के जीपीएस तथा ट्रेकर लगाया गया है।
सुंदरी है नाम मादा टाइगर का
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार जब इस जोड़े की मैटिंग हो जाएगी तो जंगल में छोड़ दिया जाएगा। हालांकि सतकोसिया रिजर्व में छह से सात साल की मादा टाइगर भी है लेकिन कान्हा से लाए टाइगर के लिए युवा मादा टाइगर का इंतजार करने का फैसला किया गया। इस 27 माह की मादा टाइगर का नाम सुंदरी रखा गया है। यह सुंदरी एक पूर्ण व्यस्क मादा टाइगर के तीन बच्चों में से एक है। यह मादा बाघ छोटे पेड़ों पर भी चढ़ सकती है।