भद्रक के बाद केंद्रपाड़ा पुरी के पिपली में भी सांपों के मिलने की जानकारी मिली है। केंद्रपाड़ा में गेलापंचायत के नालंगा गांव में 19 सांप और 21 सांप के अंडे पाए गए। स्नेक हेल्प लाइन का सर्च आपरेशन जारी है। उधर भद्रक में सांपों का मिलने का सिलसिला जारी है। ओडिशा में बीते तीन साल (2015-18) में 1716 लोगों की सांप के काटने के कारण मौत हो गई। इसमें 2015 में 446 लोगों की सर्पदंश से मौत हो गई। जबकि 2016 यह संख्या बढ़कर 574 पहुंच गई। 2017-18 में 696 लोगों की सांप के काटने से मृत्यु हो गई थी।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व सूबे के भद्रक जिले से ही एक वीडियो सामने आया था। इस में दिखाया गया कि एक घर में लगभग 140 कोबरा सांप के बच्चे निकले है। दरअसल जिले के श्यामपुर गांव के रहने वाले किसान बिज भुयन के घर से यह सांपों का जखीरा निकला। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भुयन के घर में 6 कमरे हैं। एक कमरा ऐसा है जिसमे दो फीट ऊंची टरमाइट हिल है। भुयन रोज यहां पर पूजा करने के बाद दूध चढ़ाया करता था। बताया जा रहा है कि भुयन इस बात से अनजान नहीं था कि वहां पर सांप रहते हैं। सांप के बच्चों के सामने आने पर स्नेक हेल्पलाइन पर फोन किया गया और इन बच्चों को बाहर निकालने के लिए अभियान चालाया गया।