कपड़े बदले हुए थे
सीएएफ के सूत्रों ने बताया कि जब वह कैम्प से निकला था, तब वह लोवर व शर्ट पहने था लेकिन शुक्रवार की सुबह उसके कपड़े बदले पाए गए। समझा जाता है कि अपहरण के दौरान उसके कपड़े नक्सलियों ने बदलवा दिए। सुबह करीब आठ बजे कोतवाली पुलिस ने शव बरामद किया। बिलासपुर जिले के कोनी थाना क्षेत्र के रमतला गांव के निवासी मन्नूलाल सूर्यवंशी का पीएम जिला हॉस्पिटल में किया गया। मन्नूलाल का परिवार रमतला में रहता है। वहां उनकी पत्नी, एक बेटा और दो बेटियां हैं।
महीने भर में छह बड़ी वारदातों में 8 की मौत
नक्सलियों द्वारा 1 माह के अंदर जिले में 6 हमले को अंजाम दिया गया। जिसमें एक एएसआई, दो सहायक आरक्षक की हत्या की गई। वहीं एक सहायक आरक्षक नक्सली हमले में बुरी तरह जख्मी हुआ। एक रेंजर की हत्या की गई तो वहीं 4 निर्दोष आदिवासियों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर नक्सलियों ने जनअदालत में मार डाला।
क्या है पायनियर कंपनी
सीएएफ की 17वीं बटालियन की पायनियर कंपनी में मन्नूलाल लोहार ट्रेड में था। इस कंपनी का काम पुलिस के कैम्प, भवन आदि का निर्माण करना है। जिले में कंपनी अभी यही ही काम कर रही है। इसमें कई इंजीनियर भी हैं। इस कंपनी में मेसन, इलेक्ट्रिशियन, नलसाज, बढ़ई, मेकेनिकल, लोहार आदि के ट्रेंड हैं। इस कंपनी का एंटी नक्सल ऑपरेशन से कोई सरोकार नहीं है।