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प्रभावितों ने कहा- ठेकेदार व इंजीनियरों के पैसे से दोबारा डैम बनवाएं

locationबीजापुरPublished: Mar 15, 2019 03:49:47 pm

जो पहली बारिश का पानी ही नहीं झेल पाता और वह पानी के बहाव के साथ ही बहता चला जाता हैं।

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प्रभावितों ने कहा- ठेकेदार व इंजीनियरों के पैसे से दोबारा डैम बनवाएं

बीजापुर/कोण्डागांव. योजनाएं तो जनहितार्थ होती है, लेकिन इसे अमलीजामा पहनाने वाले ही जब इसमें अपनी रोटी सेकने की कोशिश करने लगे तो हाल कुछ ग्राम कबोगा में सिंचाई विभाग के द्वारा बनाए गए एनीकट की तरह ही होता है। जो पहली बारिश का पानी ही नहीं झेल पाता और वह पानी के बहाव के साथ ही बहता चला जाता हैं।
इस एनीकट के बनने से आसपास के किसानों ने न केवल अपने फ सल बोने का रकबा बढ़ाया था, बल्कि उनकी आंखों में खुशी और भविष्य सुनहरा दिखाई देने लगा था। लेकिन इस एनीकट के बह जाने से अन्नदाताओं की उम्मीदों पर पानी तो फिरा ही और यहां के किसान अब अपने खेतों को पानी सिंचने के लिए दर-दर भटकते नजर आ रहे हैं। एनीकट बनने से यहां पानी लगभग साल भर रहता, लेकिन भ्रष्ट्राचार की भेंट चले एनीकट ने किसानों की उम्मीदों व भविष्य के सपनों को चकनाचूर कर डाला। दरअसल कबोगा और हाथीपखना के बीच बहने वाली भवंरडीह नदी पर वर्ष 2015-16 में तीन करोड़ से ज्यादा राशि की लागत से एनीकट का निर्माण करवाया गया था। लेकिन यह पहली ही बारिश तक तो ठीक रहा और कुछ माह बाद यह अपने से ही बह गया।

कई दफे रखी अन्नदाताओं ने मांग
इलाके के किसानों ने कई दफे इस एनीकट को दुबारा बेहतर तरीके से बनाने के लिए लोक सुराज से लेकर जनदर्शन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों तक फरियाद तो लगाई, लेकिन इनकी सुनवाई अब तक नहीं हुई जिसका खामियाजा अब किसानों को भुगतना पड़ रहा हैं। इलाके के किसान दिनेश मरकाम, रामकुमार, राधिका सोरी, पीलाराम नेताम ने बताया कि, हमारी मांग न केवल इस एनीकट का दुबारा निर्माण करवाना है, बल्कि इस एनीकट में भ्रष्ट्राचारी करने वाले ठेकेदार व इंजीनियरों के पैसे से इसका निर्माण करे ताकि सरकारी पैसे का दुरूपयोग करने वालों को इसकी सजा मिल जाए। किसानों ने कहा कि, इस एनीकट के निर्माण में गडबड़़ी करने वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड व इंजीनियरों को निलबिंत करने से ही कुछ नहीं होगा। उन्हें इसका हरजाने के तौर पर बेहतर तरीके से निर्माण करवाना चाहिए।

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