जानकारी के मुताबिक, बुधवार शाम को जिला अस्पताल में उसूर पोस्ट मैट्रिक छात्रावास की 11 वीं की छात्रा सुशीला पुनेम ने तोड़ा दम दिया। सुशीला पुनेम को गंभीर अवस्था मे बुधवार को उसूर सीएचसी में एडमिट कराया गया था जहां मरीज की गंभीर हालत देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान करीब शाम 6 बजे बच्ची ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद जिला अस्पताल से बिना पोस्ट मार्टम के छात्रा का शव परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक छात्रा दुरस्त और अंदरूनी गांव कमलापुर की रहने वाली थी। वह विज्ञान संकाय की छात्रा रही।
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छात्रावास से छुट्टी लेकर घर गई थी छात्रा
हॉस्टल वार्डन कमला नेताम ने बताया की छात्रा सोमवार 21 नवंबर को छात्रावास से छुट्टी लेकर घर गई हुई थी। घर जाने से पहले वह स्वस्थ थी। जिला अस्पताल के सीएस डॉ यशवंत ध्रुव की माने तो मेडिको लीगल केस नही होने के कारण बिना पीएम के शव सौंपा गया है।
आठ दिनों से बीमार थी छात्रा
जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ यशवंत ध्रुव ने बताया की छात्रा को अवचेतन अवस्था में उसूर सीएचसी में परिजनों ने लाया था। वह बीते आठ दिनों से बीमार थी। सीएचसी में आरडीटी किट के माध्यम से जांच की गई थी जिसमे मलेरिया पॉजिटिव पाया गया था। गंभीर अवस्था में मरीज को जिला अस्पताल बीजापुर लाया गया जहां वेंटीलेटर रख कर इलाज किया जा रहा था। डॉ यशवंत ध्रुव ने बताया की अभी तक जो परिणाम हैं आरडीटी किट के रिपोर्ट के आधार पर मलेरिया से मौत माना जा रहा है। जिला अस्पताल में लिए गए नमूनों के परिणाम आने अभी बाकी हैं।
होगी जाँच
जिला शिक्षा समिति के सभापति और जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम ने पत्रिका से कहा कि अभी तक जानकारी में बताया गया है कि सोमवार को छात्रा को छात्रावास से छुट्टी दे दी गई थी। छात्रा की मौत की जांच कराई जाएगी। जो भी जिम्मेदार दोषी पाए जायेंगे कार्रवाई होगी।