मौसम के मौजूदा हालातों को देखते हुए मौसम विज्ञानी ऐसा मान रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में भी एक हफ्ते से कम समय में मानसून पहुंच जाएगा। अच्छी बात यह है की बंगाल की खाड़ी पर भी छोटे छोटे सिस्टम बन रहे बन रहे हैं जिसकी वजह मानसून को आगे बढ़ने में मदद मिलेगा । बस्तर में आमतौर पर 10 जून तक पहुंचता है इस बार केरल में ही इसके पहुंचने में हफ्ते भर की देरी हुई है। (vayu cyclone) जिसके कारण बस्तर में भी इसे पहुंचने में छह-सात दिन की देरी होने की सम्भावना है।
2013 में पांच दिन में ही बस्तर पहुच गया था मानसून
केरल से छत्तीसगढ़ और फिर आगे देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून के तेजी से बढ़ने के पीछे कुछ सिस्टम काम करते हैं। इस दौरान जब भी प्रेशर लो प्रेशर साइक्लोन जैसे सिस्टम बनते हैं तो मानसून काफी बड़ी एरिया को कवर करते हुए आगे निकलता है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में भी इस दौरान जब तक सिस्टम बनते हैं तो भी मानसून की गति बढ़ जाती है। 2013 में भी ऐसी ही स्थिति बनी थी। इस साल मानसून 5 दिन में ही केरल से बस्तर पहुंच गया था।
केरल में (Rainfall in Kerala) मानसून के दस्तक के बाद जोरदार बारिश हो रही है। वहीं, अरब सागर(Arabian Sea) के ऊपर बने वायु चक्रवात लगातार गहराता जा रहा है। जिसका असर आज कल छत्तीसगढ़ में देखने को मिलेगा।