scriptबीजापुर में नक्सलियों से मुठभेड़, 5 जवान शहीद, 31 घायल | Naxalites encounter in Bijapur, 5 soldiers martyred, 31 injured | Patrika News

बीजापुर में नक्सलियों से मुठभेड़, 5 जवान शहीद, 31 घायल

locationबीजापुरPublished: Apr 04, 2021 12:35:31 am

Submitted by:

CG Desk

– 10 दिन में दूसरी नक्सली वारदात : धुर नक्सल प्रभावित तर्रेम के जंगलों में तीन घंटे गोलीबारी- 23 जवान लापता, बढ़ सकता है हताहतों का आंकड़ा- 2000 जवान सर्चिंग ऑपरेशन पर निकले थे, नक्सलियों केएम्बुंश में फंसे- घायलों को लेने जगदलपुर से भेजा गया सेना का हेलीकॉप्टर- महिला नक्सली समेत 2 के मारे जाने का दावा- 1990 के दशक में नक्सलियों ने तर्रेम में पहली बार पुलिस पार्टी को आईईडी ब्लास्ट से उड़ाया था
 
 

naxal attack

naxal attack

बीजापुर . जिले के धुर नक्सल प्रभावित तर्रेम के जोनागुड़ा के जंगल में शनिवार को अपरान्ह हुई पुलिस जवानों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में कई जवानों के शहीद होने की खबर है। डीजीपी डीएम अवस्थी ने 5 जवानों के शहीद होने और 12 जवानों के घायल होने की पुष्टि की है। लेकिन देर शाम तक कुल 31 घायल जवानों को बीजापुर लाया गया है।
जानकर सूत्रों के मुताबिक शहीद जवानों की संख्या बढ़ सकती है। पुलिस के मुताबिक शहीदों में एक कोबरा, दो डीआरजी और दो बस्तर बटालियन के जवान शामिल हैं। शहीद जवानों के शव तथा घायलों को लाने सेना के दो एमआई 17 हेलीकाप्टर घटना स्थल के लिए रवाना किए गए है। पुलिस ने महिला नक्सली समेत दो नक्सलियों के मारे जाने का दावा किया है। 23 जवान मिसिंग हैं, जो कि देर शाम तक अपने कैम्पों में नही पहुंचे थे। बीजापुर के एस पी कमलोचन कश्यप ने बताया कि इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद डीआरजी,कोबरा, सीएएफ,डीएफ की संयुक्त टीमें तर्रेम के लिए रवाना की गई थीं। उन्होंने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए कहा कि इलाके में फोर्स द्वारा बड़ा ऑपरेशन लांच किया गया था।
एसपी ने मुठभेड़ की तो पुष्टि की है, पर नुकसान के बारे में पूरी जानकारी न होने की बात कही है। उन्होंने बताया कि धुर नक्सल प्रभावित होने के कारण इलाके में नेटवर्क की समस्या है, इससे अभी पूरी जानकारी मिलने का इंतजार करना होगा। बता दें कि तर्रेम वह इलाका है जहां नक्सलियों ने 90 के दशक में आईईडी विस्फोट कर पहली बार पुलिस वाहन को उड़ा दिया था। इस घटना में दो दर्जन से अधिक जवान शहीद हुए थे। बीते माह 23 मार्च को नारायणपुर में नक्सलियोंं ने आईईडी ब्लास्ट से सुरक्षाबलों की बस को उड़ा दिया था जिसमें 5 जवान शहीद हो गए थे।
पांच दिशाओं से निकली थीं पुलिस जवानों की पार्टी
सूत्रों के मुताबिक यह मुठभेड़ तर्रेम से 10 किमी आगे जोनागुड़ा इलाके में हुई है। इसके लिए पांच थाना क्षेत्र से पुलिस टीमें अलग-अलग दिशाओं से रवाना की गई थीं जिसमें पामेड़ से 195 जवान,मीनपा से 483, नरसापुर से 420,तर्रेम से 702 तथा उसूर से 200 जवान सहित लगभग 2000 हजार से अधिक जवान रवाना किये गए थे। तर्रेम से निकली टीम नक्सलियों के एम्बुश में फंस गई थी। इसी टीम के साथ सबसे पहले नक्सलियों की मुठभेड़ हुई है। पांच जवानों की शहादत इसी टीम के साथ हुई बताई जाती है।
तीन घंटे तक चली मुठभेड़, कमांडर हिड़मा कर रहा था नेतृत्व
बताया जाता है कि नक्सली कमांडर हिड़मा खुद इस मुठभेड़ में शामिल था। उसकी बटालियन के साथ-साथ नक्सलियों की सीआरसी और बटालियन की कम्पनी नम्बर 1 के लड़ाके भी वहां मौजूद थे। बताया जाता है कि दोनों पक्षों के बीच भीषण गोलीबारी हुई है, जो कि दोपहर 12 से 3 बजे तक चली। इसमें मोर्टार, एच ई बम भी चलाये गए हैं। इस मुठभेड़ के बाद घटनास्थल पर एक महिला नक्सली का शव भी बरामद हुआ है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो