scriptजल,जमीन और जंगल की लड़ाई लड़ रहे दो सौ आदिवासी हुए बीमार, चार दिनों से कर रहे हैं प्रदर्शन | two hundred tribels are ill who involve in saving nandraj mountain | Patrika News

जल,जमीन और जंगल की लड़ाई लड़ रहे दो सौ आदिवासी हुए बीमार, चार दिनों से कर रहे हैं प्रदर्शन

locationबीजापुरPublished: Jun 10, 2019 07:29:59 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

आदिवासी बैलाडीला (Bailadila) के नंदराज पहाड़ी (Nandraj mountain) पर खुदाई का विरोध कर रहे हैं। आदिवासियों का मानना है कि नंदग्राम पहाड़ की पूजा वे अपने कुलदेव के रूप में करते हैं, इसलिए वे उस पहाड़ की खुदाई होने नहीं दे सकते। इसको लेकर ही बीते 7 जून से सुबह तीन बजे से आदिवासियों का समूह एनएमडीसी के सामने धरना देकर प्रदर्शन (Tribal movement) कर रहा है।

adiwasi movement

जल,जमीन और जंगल की लड़ाई लड़ रहे दो सौ आदिवासी हुए बीमार, चार दिनों से कर रहे हैं प्रदर्शन

दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में आदिवासियों के एक बड़े समूह ने पिछले चार दिनों से नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (NDMC) के चेकपोस्ट को घेर रखा है।बस्तर से अलग-अलग इलाकों से 5 हजार से अधिक संख्या में पहुंचे आदिवासी अपने देवता को बचाने के लिए धरना दे रहे हैं। आदिवासियों के इस धरना प्रदर्शन को राजनीतिक दलों के साथ ही तमाम ट्रेड यूनियन और अन्य वर्ग का भी समर्थन मिल रहा है।

आदिवासी बैलाडीला के नंदराज पहाड़ी (Nandraj mountain) पर खुदाई का विरोध कर रहे हैं। आदिवासियों का मानना है कि नंदग्राम पहाड़ की पूजा वे अपने कुलदेव के रूप में करते हैं, इसलिए वे उस पहाड़ की खुदाई होने नहीं दे सकते। इसको लेकर ही बीते 7 जून से सुबह तीन बजे से आदिवासियों का समूह एनएमडीसी के सामने धरना देकर प्रदर्शन कर रहा है।
इस दौरान आदिवासी तीर धनूष सहित अपने पारंपरिक हथियार भी साथ रखे हैं। वहीं इस आंदोलन से NMDC के करीब 25 सौ मजदूर खाली बैठे हैं। पहाड़ और अपनी सांस्कृतिक विरासत बचाने के लिए आदिवासियों का आंदोलन लगातार चौथे दिन भी जारी है। इनके धरने प्रदर्शन पर मौसम का कहर दिखाई देने लगा है। अब तक लगभग 200 आदिवासी अब तक बीमार हो चुके हैं। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बीते शुक्रवार से आदिवासी एनएमडीसी के गेट के सामने धरने पर बैठे हैं। भीषण गर्मी फिर बारिश और अब फिर भीषण गर्मी के बीच इनका आंदोलन जारी है। अपने पूरे परिवार के साथ इन आदिवासियों का महाआंदोलन (adiwasi movement) जारी तो है लेकिन लगातार मौसम में बदलाव की वजह से उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित हैं। रविवार देर साम लगभग डेढ़ सौ आदिवासियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं सोमवाह क भी 50 से अधिक लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो