महिलाओं ने इस मौके पर कहा कि हमारा शहर चौराहों का शहर है। यहां चौक-चौराहे आम जनों के लिए सुरक्षित व सुविधाजनक स्थिति के लिए बनाए गए हैं। इसके बावजूद शहर के कुछ प्रमुख चौक-चौराहों पर मदिरा दुकानों की वजह से शहर की व्यवस्था बिगड़ रही है। चंादनी चौक, मोतीतालाब पारा व नया बस स्टैंड के सामने स्थित शराब दुकानों की वजह से इन जगहों पर माहौल खराब हो गया है। आए दिन यहां आसपास के रहवासियों व महिलाओं को इन दुकानों के सामने से गुजरने पर अप्रिय स्थिति का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा शराब पीकर हुल्लड़ करने वाले भी इन मोहल्लों में आतंक बरपा रहे हैं।
इसे लेकर कई मर्तबा महिला संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है। चांदनी चौक, मोतीतालाब पारा व नया स्टैंड की दुकानों को हटाने की मांग की जा रही है। महिला सशक्तिकरण के साथ समाज विरोधी दुकानों को या तो सरकार बंद करवाए या फिर इनका उचित व्यवस्थापन कि या जाए, उक्त मांग सभी महिला संगठन व वार्डवासी महिलाओं ने मुख्यमंत्री से की है।
इस दौरान गायत्री शक्तिपीठ से जयश्री श्रीवास्तव, छत्तीसगढ़ माहेश्वरी समाज अध्यक्ष आशा डोडिया, उपाध्यक्ष विमला चांडक, शारदा पटेल, आशा शर्मा, पार्वती साव, अंजु साहु, शिवकन्या शुक्ला, अल्का शुक्ला, अनुपमा शुक्ला, पी साधना, शीतल सरवन, अमृता दहिया, सुधा साव, अनिता जैन, रूकमणी वर्मा, भारती, सोनल, गीता शर्मा, फूलमति सिंह, ललीता झा, श्वेता, अन्य महिलाएं उपस्थित थी।