करवाचौथ मनाने के लिए बिजली के ट्रांसफार्मर पर चढ़ गया ये शख्स, जानिये फिर क्या हुआ दरअसल, बिजनौर के नांगलसोती क्षेत्र के मोहल्ला वाल्मीकि निवासी विनोद व उसी के परिवार के प्रदीप की बीती रात खाना खाने के बाद तबीयत बिगड़ गई और उल्टी दस्त शुरू हो गए। परिवार के लोग पहले तो दोनों को उपचार के लिए नजीबाबाद ले गए और बाद में बिजनौर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने दोनों की हालत बिगड़ने पर उन्हें मेरठ रेफर कर दिया। जहां देर रात दोनों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि खासकर खादर क्षेत्र में दर्जनभर लोग बुखार की चपेट में हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अनजान बना हुआ है। शायद विभाग को किसी बड़े हादसे का इंतजार है।
‘सीबीआई में भूचाल’ लाने वाले मोइन कुरैशी का पाकिस्तान और बॉलीवुड कनेक्शन, देखें तस्वीरें- फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने गांव में दवाई को छिड़काव कराया है, लेकिन ग्रामीण इससे संतुष्ट नहीं हैं। इस मामले में सरकारी डॉक्टर चंद्रप्रकाश का कहना है कि दूषित खाना खाने से लोगों की मौत नहीं हुई है। दोनों मृतकों की रिपोर्ट में उल्टी-दस्त के बाद हार्ट अटैक आने के बाद मौत की पुष्टि हुई है। वहीं गांव की ही तीन युवतियां मुस्कान, दीपा और रीना की भी इसी बीमारी के चलते हालत बिगड़ी थी, लेकिन तीनों का उपचार चल रहा है।