अब किसान नाव के सहारे एक से दूसरे किनारे ला रहे गेंहू
जानकारी के अनुसार पुल टूटने की वजह से प्रशासन ने आनन फ़ानन में भारी वाहनों पर रोक लगा कर अपनी जि़म्मेदारी पूरी कर ली, लेकिन उन्होंने किसानों की कोई परवाह नहीं की। किसानोंं ने सुनवाई न होने पर खुद ही काम शुरू कर दिया। किसानों ने फसल को गंगा के उस पार से लाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर नदी में नाव का एक पुल तैयार कर लिया। इसके बाद से किसान अपनी नाव की मदद से ही अपने गेंहू को उस पार से दूसरे किनारे तक ला रहे है।वहीं पुल बंद होने से कारोबारी लोगों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जो रास्ता दो घंटे में तय होता था।अब उस रास्ते को तय करने में 6 घंटे का समय लग रहा है।