मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के सिरधनी रोड का है। चांदपुर क्षेत्र के रहने वाला सुशील गुप्ता एक बड़ा व्यापारी है। उसने बैंक से पौने दो करोड़ का लोन लिया था। व्यापर में घाटे की वजह से समय पर पैसा अदा नहीं कर पा रहा था। उसका हरिद्वार की रहने वाली एक महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था।
अपनी व्यापारिक और पारिवारिक उलझनों से बचने के सुशील ने एक प्लान बनाई। उसने सोचा की अगर वो खुद को मारा हुआ साबित कर दे, तो बैंक उसका लोन माफ कर देगी। इस प्लान से उसको रहत मिलेगी और वो नाम बदलकर अपनी प्रेमिका के साथ एक अलग जीवन गुजारेगा।
प्लान के अनुसार घटना को दिया अंजाम
सुशील ने अपने दोस्त लाल बहादुर सैनी की मदद से, मदन सिंह नामक व्यक्ति को शराब पिलाने का लालच देकर अपनी कार में बैठाया। मदन सिंह बकैना गांव का रहने वाला है और नशे का आदि है। सुशील ने उसे खूब शराब पिलाई फिर उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर चांदपुर से बिजनौर लेकर आ गया।
चांदपुर रोड पर मदन को ड्राइवर वाली सीट पर बैठाकर सीट बेल्ट से बांधकर उसे ज़िंदा जला दिया। घटना को अंजाम देकर सुशील वहां से फरार हो गया। सुशील का प्लान तब फेल हो गया जब आस-पास के लोग पुलिस को कॉल करके बताया। मौके पर पुलिस पहुंची जहां सड़क किनारे खड़ी गाड़ी में एक व्यक्ति जिन्दा जल रहा था।
12 घंटे के अंदर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया
पुलिस ने जले हुए व्यक्ति मदन सिंह को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद पुलिस घटना की जांच में जुट गई। पुलिस ने 12 घंटे के अंदर घटना का खुलासा करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपी सुशील गुप्ता, लाल बहादुर सैनी व रानी महिला को गिरफ्तार किया।
बिजनौर के एसपी दिनेश सिंह ने कहा कि कार के अंदर ऑक्सीजन की कमी के कारण ज्यादा आग नहीं लग पाई। आरोपियों को गिरफ्तार करके आगे की कार्रवाई की जा रही है।