यह भी पढ़ें- चेकिंग के लिए पुलिस ने रोका तो बदमाशों ने चला दी गोली, ऐसे पकड़ा गया शख्स- देखें वीडियो दरअसल, बढ़ापुर के गांव भोगापुर के पूर्व प्रधान भोजाराम ने गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर बन रहे मकान को लेकर समाज कल्याण विभाग के एक सुपरवाइजर की शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस ने ग्रामीणों की शिकायत पर गांव में पहुंचकर फर्जी सुपरवाइजर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में फर्जी सुपरवाइजर पुनीत ने बताया कि वह बीए पास है और काफी समय से बेरोजगार है। पैसों के लालच में आकर उसने समाज कल्याण विभाग का सुपरवाइजर बनकर प्रधानमंत्री आवास योजना में चयनित परिवारों से रुपए ठगने के उद्देश्य से वह ग्राम कुआ खेड़ी व मदपुरी में गया था।
आरोपी ने ग्रामीणों से कहा कि वह ही उनकी जांच कर रिपोर्ट देगा और उसी के आधार पर ही आवास का पैसा व आपको आवास मिलेगा। इसके साथ ही उसने ग्रामीणों को यह कहते हुए डराया कि अगर उसे पैसे नहीं दिए तो वह उन्हें मिलने वाले आवास कैंसिल करा देगा। इस तरह ग्रामीणों को डरा-धमकाकर वह अवैध वसूली करता रहा। इतना ही नहीं वह ग्रामीणों को विश्वास दिलाने के लिए उनके खाता संख्या और आधार कार्ड समेत अन्य कागजात भी ले लेता था। पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी सुपरवाइजर को रंगे हाथ गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
आरोपी ने ग्रामीणों से कहा कि वह ही उनकी जांच कर रिपोर्ट देगा और उसी के आधार पर ही आवास का पैसा व आपको आवास मिलेगा। इसके साथ ही उसने ग्रामीणों को यह कहते हुए डराया कि अगर उसे पैसे नहीं दिए तो वह उन्हें मिलने वाले आवास कैंसिल करा देगा। इस तरह ग्रामीणों को डरा-धमकाकर वह अवैध वसूली करता रहा। इतना ही नहीं वह ग्रामीणों को विश्वास दिलाने के लिए उनके खाता संख्या और आधार कार्ड समेत अन्य कागजात भी ले लेता था। पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी सुपरवाइजर को रंगे हाथ गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।