चुनाव में मिली हार के बाद बसपा में बड़ी बगावत, मायावती के चहेते रहे पूर्व विधायक ने छेड़ा ‘बसपा छोड़ो’ अभियान
नियम के मुताबिक मंत्री की समीक्षा बैठक जिले के समस्त अधिकारियों के साथ मौजूदा सांसद, विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष मौजूद रहे सकते हैं, लेकिन जिले के अफसरों ने तो मंत्री की समीक्षा बैठक को ही भाजपा नेताओं का मंच बना दिया। जिले के विकास भवन के मंच पर बैठे बिजनौर जिले के प्रभारी मंत्री कपिल देव अग्रवाल बीच में मौजूद थे, जबकि उनके दाहिने तरफ बिजनौर के पूर्व सांसद भारतेंद्र सिंह बैठे हुए थे और पूर्व सांसद के बगल में जिला पंचायत अध्यक्ष साकेन्द्र सिंह बैठे थे। जिला पंचायत अध्यक्ष की बराबर में भाजपा नगर अध्यक्ष संजीव गुप्ता बैठे हुए दिखाई दिए और इनकी बगल में एक अन्य भाजपा नेता बैठे नजर आए । जिला पंचायत अध्यक्ष को छोड़कर तीनों व्यक्ति अवैध तरीके से मंच सांझा किये हुए हैं, जोकि गलत है।
अब बात करते है प्रभारी मंत्री की बाई ओर बैठे जिले के डीएम रमाकांत पांडेय, चांदपुर से भाजपा विधायक कमलेश सैनी और उनके बराबर में जिले के मुख्य विकास अधिकारी कामता प्रसाद सिंह मौजूद थे। इसके अलावा दो अन्य अधिकारी भी मौजूद थे, जोकि नियमों के मुताबिक सही बैठे हुए है। विसुअल में मंत्री के राइट साइड में बैठे 4 लोगों में से सिर्फ एक ही व्यक्ति नियम के मुताबिक बैठ सकता है और वो है जिला पंचायत अध्यक्ष साकेन्द्र सिंह। बाकी के तीनों भाजपा नेता गलत तरीके से बैठे हुए हैं और तीनों नेता नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
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जब हमने इस बाबत मंत्री कपिल देव से फोन पर वार्ता की तो पहले तो वो सोचने को मजबूर हो गए और फिर सोच कर बोले कि ऐसा कोई व्यक्ति नहीं बैठा था। जब हमने उनको याद दिलाया तो वो बोले कि पूर्व सांसद जी बैठ सकते हैं, लेकिन मंत्री को भी नियम शायद ठीक से पता नही था। जब हमारे संवादाता ने मंत्री को नियम के बारे में बताया तो जनाब समझ गए और बोले कि हां-हां आप ठीक कह रहे हो।
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इस मामले में पत्रिका संवाददाता ने जिले के अफसरों से पूछा तो जिले के डीएम ने कैमरे के सामने बोलने से इनकार कर दिया। जब भाजपा के नव नियुक्त जिला अध्यक्ष से पूछा तो उन्होंने भी नियमों की जानकारी होने से इनकार करते हुए बताया कि जिला प्रशासन की जिमेदारी थी।