उल्लेखनीय है कि हिंदू सभा समाज के नेता कमलेश तिवारी ने 2015 में मोहम्मद पैगंबर को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी को लेकर मुस्लिम समुदाय में काफी आक्रोश था। इसके बाद 4 दिसंबर 2015 को इस टिप्पणी को लेकर गांव भनेड़ा के मुफ्ती नईम और गांव उमरी के मौलाना ने कमलेश तिवारी का सिर काटकर लाने वाले को इनाम देने की बात कही थी। मौलाना अनवारुल हक ने 51 लाख और मुफ्ती नईम ने 1 करोड़ 25 लाख रुपये की इनाम राशि देने की घोषणा की थी।
बता दें कि कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में उनकी पत्नी ने दोनों मौलाना पर साजिशन हत्या का आरोप लगाते हुए लखनऊ के नाका थाने में तहरीर दी थी। इसी प्रकरण में पुलिस ने दूसरे आरोपी मुफ्ती नईम को भी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। इस मामले को लेकर बिजनौर एसपी संजीव त्यागी न तो मीडिया का फोन उठा रहे न ही हिरासत में लेने की कोई भी बात कैमरे के सामने बताने को तैयार हैं। लखनऊ डीजीपी ने दोनों मौलानाओं की हिरासत में लेने की पुष्टि लखनऊ में की है।