ग्राम विकास अधिकारी संघ एसोसिएशन उतर प्रदेश के बैनर तले 11 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्राम विकास अधिकारी 5 दिनों से विकास भवन में धरने पर बैठे हैं। अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष महेश चंद्र शर्मा का आरोप है कि लगातार उनका मानसिक और शारीरिक शोषण अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। ग्राम विकास अधिकारियों का आरोप है कि पंचायत के निर्माण कार्यो के बाद जेई और आरईएस द्वारा रिकवरी की जाती है।
जिसके लिये ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव दोषी हैं। लाभार्थी परख योजना के तहत चयन में राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण और झूठी शिकायतों के आधार पर लगातार ग्राम विकास अधिकारी का ट्रांसफर किया जा रहा है, जो सही नहीं है।प्रधामनंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थियों के चयन में सेक्टर प्रभारी की भूमिका को खत्म कर दिया गया है और ग्राम विकास अधिकारियों को ही अतरिक्त जिम्मेदारी दी गई।
जिससे लगातार काम का दबाव बढ़ता जा रहा है और संडे के दिन अवकाश भी नही मिल पा रहा है। अगर जिला प्रशासन अधिकारियों द्वारा ग्राम विकास अधिकारियों का उत्पीड़न बन्द नहीं किया गया तो ग्राम विकास अधिकारी लखनऊ जाकर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।