अब तक 18 लाख लोगों की स्क्रीनिंग
सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा ने बताया कि अब तक तीन लाख ७० जार १५६ घरों का सर्वे कर १८ लाख ७२ हजार ५३८ लोगों की स्क्रीनिंग की गई है, जिसमें से २१ रहजार ४७७ लोग सामान्य सर्दी जुकाम से पीडि़त पाए गए। ५१३ लोगों को संदिग्ध के चलते अस्पताल भेजा। ३५२ लोगों की कोरोना की जांच कराई गई। १६६३६ लोगों होम आइसालेशन कराया जा चुका हैं।
सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा ने बताया कि अब तक तीन लाख ७० जार १५६ घरों का सर्वे कर १८ लाख ७२ हजार ५३८ लोगों की स्क्रीनिंग की गई है, जिसमें से २१ रहजार ४७७ लोग सामान्य सर्दी जुकाम से पीडि़त पाए गए। ५१३ लोगों को संदिग्ध के चलते अस्पताल भेजा। ३५२ लोगों की कोरोना की जांच कराई गई। १६६३६ लोगों होम आइसालेशन कराया जा चुका हैं।
इनका लिया सहयोग
रविवार को सघन सर्वे किया गया। सर्वे में शहर की सभी सिटी डिस्पेंसरियों के स्टाफ, सरकारी व निजी कॉलेजों के नर्सिंग छात्र, स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ता एवं ग्रामीण क्षेत्र के नर्सिंग कार्मिकों को शामिल किया गया।
रविवार को सघन सर्वे किया गया। सर्वे में शहर की सभी सिटी डिस्पेंसरियों के स्टाफ, सरकारी व निजी कॉलेजों के नर्सिंग छात्र, स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ता एवं ग्रामीण क्षेत्र के नर्सिंग कार्मिकों को शामिल किया गया।
इन इलाकों में चलाया सघन अभियान
डॉ. मीणा ने बताया कि सघन अभियान शहर के नौ इलाकों में चलाया। इनमें ठंठेरा मोहल्ला, डीडू सिपाहियान, चूनगरान, रानीसर बास, चौखूंटी क्षेत्र, कुचीलपुरा, हरियाणा होटल के पीछे, कसाइयों की बारी के अलावा कोटगेट एवं कोतवाली थाना क्षेत्र के इलाके में स्क्रीनिंग की गई।
डॉ. मीणा ने बताया कि सघन अभियान शहर के नौ इलाकों में चलाया। इनमें ठंठेरा मोहल्ला, डीडू सिपाहियान, चूनगरान, रानीसर बास, चौखूंटी क्षेत्र, कुचीलपुरा, हरियाणा होटल के पीछे, कसाइयों की बारी के अलावा कोटगेट एवं कोतवाली थाना क्षेत्र के इलाके में स्क्रीनिंग की गई।
गांवों में भी चल रहा अभियान
सीएमएचओ डॉ. मीणा ने बताया कि शहर में मरीजों के पॉजिटिव मिलने के बाद स्क्रीनिंग कार्य तेज कर दिया गया। पहले भी सर्दी, खांसी-जुकाम पीडि़तों पर पूरी नजर रखी जा रही थी। अब इनका फॉलोअप भी ले रहे हैं। इसके लिए संबंधित क्षेत्र की डिस्पेंसरी के चिकित्सकों को जिम्मेवारी सौंपी गई है।
सीएमएचओ डॉ. मीणा ने बताया कि शहर में मरीजों के पॉजिटिव मिलने के बाद स्क्रीनिंग कार्य तेज कर दिया गया। पहले भी सर्दी, खांसी-जुकाम पीडि़तों पर पूरी नजर रखी जा रही थी। अब इनका फॉलोअप भी ले रहे हैं। इसके लिए संबंधित क्षेत्र की डिस्पेंसरी के चिकित्सकों को जिम्मेवारी सौंपी गई है।