इनमें गोपालराम कुम्हार, धर्माराम व रविन्द्र पित्ती ज्यादा घायल हुए हैं। डॉ. कपिल ने बताया कि ट्रोमा सेंटर में ईएनटी एवं सर्जरी के चिकित्सकों की विशेष ड्यूटी लगी हुई है। ईएनटी व सर्जरी के चिकित्सकों ने दिनभर में आठ जनों की गर्दन पर डोर से लगे कट को टांके लगाए हैं। डोर से घायल होकर पहुंचने वाले मरीजों का इलाज कर घर भेज दिया गया। इनमें से तीन मरीज पतंग की डोर से ज्यादा घायल हुए हैं। वहीं रेलवे के कोच केयर कॉम्प्लेक्स के प्रभारी सुरेश चंद्र अपने निवास सुदर्शना नगर से ऑफिस की तरफ आ रहे थे, तभी रानी बाजार में मांझे से उनके शर्ट की कॉलर ही कट गई। उन्होंने हाथ से मांझे को दूर किया तो अंगूठे में घाव हो गया।
मारवाड़ जनसेवा समिति के अध्यक्ष रमेश व्यास, हरीकिशन राजपुरोहित, राजनारायण मोदी, राम सोनी, कालू पांडे दिनभर घायलों की मदद में जुटे रहे। उन्होंने घायलों की मरहम पट्टी से लेकर एक्स-रे कराने में सहयोग किया।
ये हुए घायल
लक्ष्या, सलमा, गौरव, मनीष, सपना, आयूष, मेघराज, शर्मिला, संदीप, राजदीप, अशोक, धर्मेन्द्र, दवेश, राजू, पूनमचंद, रवि, जाकिर, रमेश, सुशील व्यास, परमजीत, राखी समेत १६७ लोग छिटपुट घायल होकर ट्रोमा सेंटर पहुंचे।
लक्ष्या, सलमा, गौरव, मनीष, सपना, आयूष, मेघराज, शर्मिला, संदीप, राजदीप, अशोक, धर्मेन्द्र, दवेश, राजू, पूनमचंद, रवि, जाकिर, रमेश, सुशील व्यास, परमजीत, राखी समेत १६७ लोग छिटपुट घायल होकर ट्रोमा सेंटर पहुंचे।