सलावद ने बताया कि कोरोना महामारी में राज्य में आरम्भ से ही शिक्षक वर्ग विभिन्न कार्यों के माध्यम से कोरोना वारियर्स के रूप में सेवाएं दे रहे हैं । वर्तमान में केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण से रोकथाम के लिए अनलॉक दो की गाइडलाइन के तहत समस्त शिक्षण संस्थान पूर्ण रूप से बंद रखने के निर्देश दिए हैं ।
इसके तहत मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जुलाई माह में विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है और समस्त विद्यालय शैक्षिक कार्मिकों को भी वर्क फ्रॉम होम के निर्देश दे दिए गए हैं। केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार हरियाणा, पंजाब दिल्ली और अन्य कई राज्यो ने भी शिक्षकों के वर्क फ्रॉम होम के आदेश जारी कर दिए है। जबकि राज्य में शिक्षकों को विद्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहकर विभिन्न कार्य संपादन के निर्देश दिए गए हैं।
सलावत ने बताया कि ऐसे हालात में प्रदेश भर के शिक्षकों को बिना विद्यार्थियों के विद्यालय बुलाया जाना एवं हाउस होल्ड सर्वे व नामांकन के लिए घर-घर भेजा जाना शैक्षिक कार्मिकों के स्वास्थ्य के प्रतिकूल होगा। ज्ञात हो कि इस संबंध में शिक्षक संघ भगत सिंह के किशोर पुरोहित भी शिक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर शिक्षकों को वर्क फ्रॉम होम के आदेश जारी करने की मांग कर चुकेे हैं।