अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश रेगर ने बताया कि पेयजल के लिए छोड़ा गया। यह पानी किसान खेतों में नहीं लगाएं। इससे जलदाय विभाग व ग्राम पंचायत की खाली डिग्गियों में पानी का भंडारण किया जाएगा। इस बार नहर में आ रहे पानी पर पुलिस की पहरेदारी भी रहेगी। ताकि पानी की चोरी को रोका जा सके। दरअसल 24 अप्रेल से नहर की पूर्ण बंदी होगी।
ऐसे में 25 अप्रेल से हरिके बैराज से पानी बंद कर दिया जाएगा। आगामी दिनों में सीमावर्ती क्षेत्र के दूरदराज चकों व ढाणियों में पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए भी प्रशासन ने कमर कस ली है। मई में पेयजल को लेकर हालात ना बिगड़े। इसको लेकर अनूपगढ़ शाखा में छोड़े गए पेयजल पर प्रशासन ने ङ्क्षसचाई विभाग व जलदाय विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक कर जल भंडारण की व्यवस्था सुचारु तरीके से करने को लेकर निर्देश दिए हैं। हालांकि पेयजल को लेकर जिला कलक्टर भी गंभीर है और व्यवस्था को लेकर मॉनिटङ्क्षरग कर रहे हैं।
पेड़ काटने पर जताया रोष
बज्जू.यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में नीम के पेड़ काटने को लेकर पर्यावरण प्रेमियों ने रोष जताया व कार्रवाई की मांग की। पर्यावरण प्रेमी दिनेश जाखड़, जोशीराम धायल, दलीप सारण आदि ने बताया कि अस्पताल एक हॉल के निर्माण को लेकर ठेकेदार ने बिना अनुमति के एक बड़े पेड़ को काट दिया गया जिससे ग्रामीणों में रोष है। इस संबंध में पर्यावरण प्रेमियों ने राजस्व विभाग को भी अवगत करवाया व कार्रवाई की मांग रखी।
बज्जू.यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में नीम के पेड़ काटने को लेकर पर्यावरण प्रेमियों ने रोष जताया व कार्रवाई की मांग की। पर्यावरण प्रेमी दिनेश जाखड़, जोशीराम धायल, दलीप सारण आदि ने बताया कि अस्पताल एक हॉल के निर्माण को लेकर ठेकेदार ने बिना अनुमति के एक बड़े पेड़ को काट दिया गया जिससे ग्रामीणों में रोष है। इस संबंध में पर्यावरण प्रेमियों ने राजस्व विभाग को भी अवगत करवाया व कार्रवाई की मांग रखी।