भ्रष्टाचार के कई संगीन व बड़े मामलों को केस ऑफिसर स्कीम में लिया जाएगा ताकि आरोपी को सजा दिलाई जा सके। रिश्वत लेने से पहले सौ बार सोचें। यह दावा उन्होंने सोमवार को बीकानेर में भ्रष्टाचाार निरोधक ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक का पदभार ग्रहण करने के बाद राजस्थान पत्रिका से विशेष बातचीत में कहीं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय ने उन पर भरोसा जताते हुए एसीबी की कमान सौंपी है तो साथी कर्मचारियों को साथ लेकर बेहतर काम करेंगे। भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने में पीछे नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय ने उन पर भरोसा जताते हुए एसीबी की कमान सौंपी है तो साथी कर्मचारियों को साथ लेकर बेहतर काम करेंगे। भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने में पीछे नहीं रहेंगे।
प्राथमिकता से कराएंगे परिवादी का काम
भ्रष्टाचार की शिकायत करने के बाद परिवादी के लीगल काम अटकने के सवाल के जवाब में डॉ. सिंगला ने कहा कि परिवादी के लीगल काम को एसीबी के अधिकारी-कर्मचारी खुद प्राथमिकता में लेकर निबटवाएंगे, परिवादी को किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार की शिकायत करने के लिए प्रदेशस्तर पर १०६४ नंबर जारी किया गया है, जिस पर शिकायत कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने अपना पर्सनल नंबर पर भी शिकायत करने की अपील की है।
भ्रष्टाचार की शिकायत करने के बाद परिवादी के लीगल काम अटकने के सवाल के जवाब में डॉ. सिंगला ने कहा कि परिवादी के लीगल काम को एसीबी के अधिकारी-कर्मचारी खुद प्राथमिकता में लेकर निबटवाएंगे, परिवादी को किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार की शिकायत करने के लिए प्रदेशस्तर पर १०६४ नंबर जारी किया गया है, जिस पर शिकायत कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने अपना पर्सनल नंबर पर भी शिकायत करने की अपील की है।
संगठित अपराध रोकने के प्रयास करेंगे
एसीबी के ऐसे हाईप्रोफाइल, संगीन होंगे, उनमें पुलिसिंग की तरह केस ऑफिसर स्कीम में लेकर काम करेंग। इसके लिए वर्ष २०२१ की प्राथमिकताओं के चलते कई विभागों में संगठित भ्रष्ष्टाचार रोकने, इंटेलीजेंस की सूचना के आधारपर आय से अधिक संपति अर्जित करने के मामले बनाना, राज्य व केन्द्र सरकार की फ्लैगशीप योजनाओं के प्रोजेक्ट चल रहे उनमें भ्रष्टाचार की शिकायत आती है और वह पुख्ता होती है तो आकस्मिक चेकिंग करके मामले बनाने की प्राथमिकता रहेगी। इससे पहले आईपीएस डॉ. सिंगला को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया ने पदभार ग्रहण करवाया। पदभार करने के बाद उन्होंने एसीबी अधिकारियों-कर्मचारियों से औपचारिक परिचयात्मक मीटिंग की और पूर्व के मामलों की जानकारी दी।